धान की फसल में होगी बंपर पैदावार, बस खाद में डालें ये दवा

धान की रोपाई के 25-50 दिन बाद कल्ले निकलते हैं.

इस समय पौधों को अधिक पोषण की जरूरत होती है.

इस समय किसान अंतिम खाद डालते हैं.

किसान खाद में यूरिया, कैब मैक्स और पोटाश का उपयोग करते हैं.

कैब मैक्स और पोटाश पौधों को मजबूत बनाते हैं.

ये पोषक तत्व धान के पौधों को रोग और तनाव से बचाते हैं.

अभय प्रकाश बाजपेयी बताते हैं की धान की PR 113 किस्म बेस्ट होती है.

ये प्रजाति 140 दिन में तैयार होती है.

PR 113 प्रजाति से 1 एकड़ में 25-30 क्विंटल धान की पैदावार होती है.

PR 113 कम लागत में अधिक मुनाफा देती है.