कभी सुना है जासूसों के पुल के बारे में? क्यों पड़ा इसका नाम, जानिए

जर्मनी का ग्लेनिके ब्रिज को 'जासूसों का पुल' भी कहा जाता है.

यह पुल हवेल नदी पर बना हुआ है, जो बर्लिन और पॉट्सडैम को जोड़ता है.

ये पुल पहले ईस्ट और वेस्ट बर्लिन के बीच एक बॉर्डर के रूप में काम करता था.

इसको ‘जासूसों का पुल’कहने के पीछे एक बहुत रोचक कहानी है.

दरअसल, इस पुल से कई हाई-प्रोफाइल कैदियों का आदान-प्रदान किया गया.

अमेरिकियों और सोवियत ने पकड़े गए जासूसों के आदान-प्रदान के लिए इसका इस्तेमाल किया.

तबसे ही इस पुल को ‘जासूसों का पुल’ के नाम से भी जाना जाने लगा.

कोल्ड वॉर के दौरान पूर्वी जर्मन अधिकारियों ने पुल को ‘ब्रिज ऑफ यूनिटी’ नाम दिया था.

पहले यह लकड़ी का पुल हुआ करता था. बाद में सन् 1907 में इसे लोहे के पुल से बदल दिया गया.