इस चावल की सुगंध दूर-दूर तक फैलती है, जाने क्या है खास
बलिया के दुष्यंत सिंह ने पढ़ाई करके कई कंपनियों में नौकरी कर खेती प्रारंभ की.
प्राकृतिक कृषि से परामर्श लेकर बलिया में ‘काला नमक किरण’ की खेती प्रारंभ की.
दुष्यंत सिंह ने कहा कि वह 2017 में कंप्यूटर साइंस से बीटेक पास आउट हैं.
कई प्राइवेट कंपनियों में जॉब भी की, लेकिन उनका मन सबसे ज्यादा कृषि के तरफ रहा.
अंततः उन्होंने सब छोड़कर इस काला नमक किरण की खेती की.
पहले वर्ष बहुत कम मात्रा में धान पैदा किया.
काला नमक हिरण नाम का यह चावल शुगर के रोगियों के लिए लाभदायक है.
इस चावल की सुगंध दूर तक फैलती है.
जिस घर में पकता है, उसके अगल-बगल के इलाके को भी सुगंधित कर देता है.
खेती से कमाई करने के लिए छोड़ दी बैंक की नौकरी