लक्ष्मी पूजा में जरूर करें ये चीजें, धन की नहीं होगी कमी

दीपावली में अलग तरीकों और विधि विधान से मां लक्ष्मी की पूजा होती है.

सरहदी बाड़मेर में 100 साल पुरानी परंपरा से पूजा की जाती है.

इसमें शक्कर के पताशे, महल मालिया, और शक्कर का चपड़ा पूजा का खास हिस्सा है.

लोग अपने अनुसार घरों में पूजा की थाली सजाते है. 

बाड़मेर बाजार में इस मिठाई की सैकड़ों दुकानें सज चुकी हैं.

70 बरसों से देवेंद्र अग्रवाल बाड़मेर जिला मुख्यालय पर ये बेचते है.

महल मालिया, चपड़ा, मख़ाना, पताशा को वह घर पर ही बनाते हैं. 

लक्ष्मी पूजा शक्कर के महल मालिया और चपड़े के बिना अधूरी मानी जाती है.

धन की देवी लक्ष्मी को खुश करने के लिए यह किया जाता है.