पक्षियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नही यूपी का ये ताल 

यह बलिया का वह पर्यटन स्थल है.

जिसे पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर जी ने वैश्विक पर्यटन स्थल बनाने के लिए प्रयास किए हैं.

यहीं पर अयोध्या के रघुवंशी राजा सूरथ का कुष्ठ रोग दूर हुआ था.

इसके आसपास उन्होंने पांच बड़े मंदिरों का स्थापना भी किया था. 

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राजा सूरथ के नाम पर ही इसका नाम सुरहा ताल पड़ा.

इस झील का सीधा संबंध गंगा और सरयू से है. 

एक तरह से इसे गंगा और सरयू का छाणन क्षेत्र भी कहा जाता है.

यह ताल गंगा और घाघरा दोनों से जुड़ा हुआ है. 

यह सुरहा ताल विदेशी साइबेरियन पक्षियों के लिए स्वर्ग है.