भूत चतुर्दशी पर अघोरी करते हैं शमशान में तंत्र साधना, जानें रहस्य

कार्तिक माह में पश्चिम बंगाल में एक और पर्व मनाया जाता है. 

जिसे नरक चतुर्दशी, भूत चतुर्दशी और काली चौदस भी कहा जाता है.  

भूत चतुर्दशी दीपावली से एक दिन पहले आती है. 

अयोध्या के ज्योतिषी ने इस पर जानकारी दी है. 

भूत चतुर्दशी के दिन तांत्रिक पूजा की जाती है.  

इस दिन एक परिवार के 14 पूर्वज अपने जीवित रिश्तेदारों से मिलने पहुंचते हैं.   

हालांकि यह परंपरा ज्यादातर पश्चिम बंगाल में देखने को मिलती है. 

इस दिन रात्रि में तंत्र विद्या सीखने वाले जातक अलग-अलग उपाय करते हैं.  

कहा जाता है इस रात बुरी शक्तियों अधिक हावी होती हैं.   

इन बुरी शक्तियों को दूर करने के लिए तंत्र विद्या वाले जातक 14 दीप जलते हैं.