जमुई के इस झरना को देखने जाएंगे तो लौटने का मन नहीं करेगा आपका
जमुई के इस झरना को देखने जाएंगे तो लौटने का मन नहीं करेगा आपका
जमुई जिले के गिद्धेश्वर पहाड़ से निकलने वाला पचभुर झरना सैलानियों से गुलजार है.
जमुई जिले के गिद्धेश्वर पहाड़ से निकलने वाला पचभुर झरना सैलानियों से गुलजार है.
दो-तीन महीनों से सैकड़ों की संख्या में पर्यटक पचभुर झरना पर पहुंच रहे हैं.
दो-तीन महीनों से सैकड़ों की संख्या में पर्यटक पचभुर झरना पर पहुंच रहे हैं.
यह पहली बार है कि पचभुर की प्राकृतिक सुंदरता को देखने इतनी संख्या में पर्यटक आ रहे हैं.
यह पहली बार है कि पचभुर की प्राकृतिक सुंदरता को देखने इतनी संख्या में पर्यटक आ रहे हैं.
गिद्धेश्वर पहाड़ और जंगलों से नक्सलियों के खात्मे के बाद यहां पर्यटक आ रहे हैं.
गिद्धेश्वर पहाड़ और जंगलों से नक्सलियों के खात्मे के बाद यहां पर्यटक आ रहे हैं.
गिद्धेश्वर की अलग-अलग पहाड़ियों से पांच जगह झरना होने के कारण इसे पचभुर कहा जाता है.
गिद्धेश्वर की अलग-अलग पहाड़ियों से पांच जगह झरना होने के कारण इसे पचभुर कहा जाता है.
काफी दिनों तक नक्सलियों के चंगुल से निकलने के बाद यह इलाका अब पर्यटकों की आवक से गुलजार है.
काफी दिनों तक नक्सलियों के चंगुल से निकलने के बाद यह इलाका अब पर्यटकों की आवक से गुलजार है.
पचभुर झरना का आनंद उठाने काफी पर्यटक आ रहे हैं, लेकिन यहां अभी बुनियादी सुविधाओं का अभाव है.
झरने तक पहुंचने का रास्ता सुगम नहीं है, इसलिए इलाके को विकसित करने की मांग उठ रही है.
झरने तक पहुंचने का रास्ता सुगम नहीं है, इसलिए इलाके को विकसित करने की मांग उठ रही है.
सरकार अगर पचभुर झरने के विकास पर ध्यान दे तो पर्यटन बढ़ेगा और रोजगार भी सृजित होगा.
सरकार अगर पचभुर झरने के विकास पर ध्यान दे तो पर्यटन बढ़ेगा और रोजगार भी सृजित होगा.
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