चुरू का तालचपर अभ्यारण्य विश्वविख्यात है.
यहां अनेक प्रकार के पशु पक्षी पाए जाते हैं.
लेकिन यहां के काले हिरण पर्यटकों को आकर्षित करते हैं.
1962 में यहां शिकार पर प्रतिबंध लगा दिया गया था.
वर्तमान में यहां 4 हजार से भी ज्यादा हिरण हैं.
यहां मेल और फीमेल दोनों हिरण ब्राउन होते हैं.
लेकिन ब्राउन मेल हिरण धीरे धीरे ब्लैक होने लगते हैं.
साथ ही यहां 333 प्रकार के बर्ड्स भी पाए जाते हैं.
आप नोखा-सुजानगढ़ हाईवे से बस या टैक्सी लेकर यहां पहुंच सकते हैं.