काले चावलों का कमाल, हो जाएंगे मालामाल

काले चावलों का कमाल, हो जाएंगे मालामाल

अगर आप भी कम लागत में मुनाफे की खेती करना चाहते हैं तो ब्लैक राइस सही विकल्प है

ब्लैक राइस शुगर, ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों के लिए बेहद कारगर साबित हो रहा है

काले चावल की खेती सबसे ज्यादा पूर्वोत्तर के राज्यों सिक्किम मणिपुर, असम में होती है

अब काले चावल की खेती, मध्य प्रदेश महाराष्ट्र में भी शुरू हो गई है

कहा जाता है कि ब्लैक राइस पकाने पर नीले-बैंगनी रंग में बदल जाता है। यही कारण है कि इसे नीला भात के नाम से पहचाना जाता है

ब्लैक राइस या काला चावल सामान्य तौर पर आम चावल जैसा ही होता है। इसकी शुरूआती खेती चीन में होती थी

काले धान की फसल को तैयार होने में औसतन 100 से 110 दिन लगते है। पौधे की लंबाई आमतौर के धान के पौधे से बड़ा होता है

ब्लैक राइस की बाली के दाने भी लंबे होते है। यह धान कम पानी वाले जगह पर भी हो सकता है

पारंपरिक चावल के मुकाबले पांच सौ गुना अधिक कमाई इस काले चावल से हो सकती है

आमतौर पर जहां चावल 80 रुपये से 100-150 रुपये किलो चावल बिकता है

ब्लैक राइस की कीमत 250 रुपये से शुरू होती है जबकि ऑर्गेनिक काले धान की कीमत 500 रुपये प्रति किलो तक है

कई राज्यों की सरकारें इसकी खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित भी कर रही हैं। इसके लिए SMAM Kisan Yojana 2022 का भी लाभ उठा सकते हैं

इस योजना के जरिए आपको किसानी खेती करने वाले उपकरण आसानी से 50 से 80 फीसदी तक की सब्सिडी पर मिल जाएंगे

काले चावल खाने से हार्ट और कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों से बचाने में मदद मिलती है

यह प्रोटीन का अच्छा स्रोत है। 10 ग्राम काले चावल में करीब 9 ग्राम प्रोटीन की मात्रा पाई जाती है

इसमें फाइबर और आयरन भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। यह डायबिटीज के मरीजों के लिए भी फायदेमंद है