श्रीलंका से बिहार आया ये पेड़, अब देहरादून के डॉ करते हैं हेल्थ चेकअप

आपने आदमी पशु पक्षी का इलाज देखा और सुना भी है. 

बिहार में एक ऐसा पीपल का वृक्ष है जिसका इलाज होता है. 

प्रत्येक साल में इसका तीन से चार बार इलाज किया जाता है.  

इसकी देखरेख में प्रत्येक वर्ष लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं.  

यह पेड़ गया के बोध गया स्थित महाबोधि मंदिर में है.  

बोधि वृक्ष सही रहे इसलिए देहरादून के फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट से मदद ली जा रही है. 

वे इस पर सुखी टहनियों की कटाई और केमिकल लेप लगाते हैं.  

इसके साथ ही पत्तों पर दवा का छिड़काव किया जाता है.  

फिलहाल इसे किसी भी तरह की कोई ट्रीटमेंट की जरुरत नहीं है.