आखिर बजट को लेकर इतनी सख्ती और गोपनीयता क्यों है?

By Roopali Sharma

Moneycontrol News July 17, 2024

देश का आम बजट 23 जुलाई को पेश होने वाला है. 16 जुलाई को इस बजट प्रिक्रिया से जुड़ी एक एतिहासिक परंपरा- हलवा सेरेमनी पूरी कर ली गई

देश का आम बजट

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने नॉर्थ ब्लॉक में अपने हाथों से अधिकारियों को हलवा बांटा. हलवा सेरेमनी के बजट डॉक्यूमेंट की प्रिंटिंग शुरू होती है और इसी के साथ वित्त मंत्रालय के भीतर कड़े लॉकडाउन की शुरुआत होती है

हलवा सेरेमनी

इस दौरान बजट प्रक्रिया में शामिल किसी भी अधिकारी को संसद में बजट पेश होने तक मंत्रालय परिसर छोड़ने की अनुमति नहीं होती है

बजट प्रक्रिया में शामिल अधिकारी

बजट की हर एक प्रक्रिया के पीछे कोई न कोई एतिहासिक कारण या तथ्य जरूर है. ऐसी एक कहानी वित्त मंत्रालय में लगने वाले इस कड़े लॉकडाउन की भी है

मंत्रालय में लगने वाले कड़े लॉकडाउन की कहानी

 एक सवाल आपके मन में भी आया होगा कि आखिर बजट से पहले इतनी सख्ती और इतने सीक्रेट तरीके से इसकी तैयारी क्यों होती है

बजट से पहले इतनी सख्ती और इतने सीक्रेट तरीके

इसके पीछे का कारण ये है कि हमारे देश का आम बजट एक नहीं बल्कि दो बार लीक हुआ है. जी हां... तो आइए पहले जानते हैं कब-कब देश का आम बजट लीक हुआ

आम बजट लीक

आजाद भारत का पहला बजट (1947-1948) केंद्रीय वित्त मंत्री सर आरके शनमुखम चेट्टी ने पेश किया था. इसे पेश करने से पहले, ब्रिटेन के राजकोष के चांसलर ह्यूग डाल्टन ने एक पत्रकार को बजट में लगाए जाने वाले टैक्स में बदलाव के बारे में बता दिया था

पेश होने से पहले ही लीक हो गया था बजट

इसके दो साल बाद ही 1950 में आम बजट लीक हो गया. 1950 में, केंद्रीय बजट दस्तावेज राष्ट्रपति भवन प्रेस से प्रिंटिंग के दौरान लीक हो गए थे.  तब बजट डॉक्यूमेंट की प्रिंटिंग राष्ट्रपति भवन प्रेस में होती थी

दूसरी बार कब लीक हुआ बजट ?

इस लीक को देखते हुए एक बड़ा फैसला ये लिया गया कि बजट प्रिंटिंग का काम राष्ट्रपति भवन से मिंटो रोड पर एक फुलप्रूफ सिक्योरिटी वाली व्यवस्था में ट्रांसफर कर दिया गया

दो बार बदली गई बजट प्रिंटिंग की व्यवस्था

बजट प्रिंटिंग कितनी कड़ी सुरक्षा में होती है. इसका अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि बजट बनाने में शामिल अधिकारियों को इस लॉकइन पीरियड के दौरान फोन का इस्तेमाल करने की भी अनुमति नहीं है

फोन भी इस्तेमाल नहीं कर सकते अधिकारी

पिछले कुछ सालों में, ज्यादा से ज्यादा सुरक्षा और गोपनीयता को बनाए रखने पर फोकस के साथ, बजट प्रिटिंग प्रोसेस भी विकसित हो रहा है

सुरक्षा और गोपनीयता