Budget 2024: बहुत रोमांचक कहानी है बजट की

Budget 2024: बहुत रोमांचक कहानी है बजट की

देश का आम बजट यानी देश का वित्तीय लेखा-जोखा. भारत में हर साल बजट एक फरवरी को पेश होता है

बजट शब्द एक पुराने फ्रेंच शब्द से लिया गया है. जिसका मतलब है छोटा सा बैग

शायद उस वक्त एक छोटे से बेग में पूरी दोलत समा जाती रही होगी या फिर उस वक्त के मंत्री एक छोटे से बैग में अपनी अहम घोषणाओं को लपेटकर लाया करते होंगे

बजट का चलन भारत में प्राचीन काल से हैं. भारत में पुराने समय से ही टैक्स व्यस्था रही है

उस टैक्स का इस्तेमाल सैन्य क्षमता को बढ़ाने में किया जाता था. इतना ही नहीं इसे जनता के हित में खर्च किया जाता रहा है

सबसे पहले प्राचीन भारतीय मुद्रा फूटी कौड़ी से कोड़ी, कोड़ी से दमड़ी, दमड़ी से धेला, धेला से पाई पाई से पैसा, पैसा से आना, आना से रुपया बना

गर किसी के पास 256 दमड़ी होती थी तो वह 192 पाई के बराबर होती थी. इसी तरह 128 धेला, 64 पैसे, और 16 आना 1 रुपये के बराबर होता था

कुबेर को देवताओं का कोषाध्यक्ष बनाया गया. सैन्य और राज्य के खर्च वो ही ऑपरेट करते थे

वैदिक काल में सभा, समिति और प्रशासन व्यवस्था के तीन अंग थे. सभा का मतलब धर्म संघ की धर्मसभा. समिति का मतलब साधारण लोगों की संस्था है

प्रशासन यानी न्याय, सैन्य, वित्त आदि. प्रशासन में एक शख्स होता था, जो टैक्स के एवज में मिली वस्तु या सिक्के का हिसाब किताब रखता था

कौटिल्य ने भी अपने अर्थशास्त्र में बजट व्यस्था का जिक्र किया है. इस अर्थशास्त्र में मौर्य वंश के वक्त की राजकीय व्यवस्था के बारे में जानकारी मिलती है

इस काल में रखरखाव, आने वाली तैयारी, हिसाब-किताब का लेखा जोखा मौजूदा बजट में पेश किया जाता था

उस दौर में जिस पर काम चल रहा है उसे कर्णिय और जो काम हो चुके हैं उन्हें सिद्धम कहा जाता था