टमाटर की खेती ने बदली किसानों की किस्मत

गया के किसानों की टमाटर की खेती से अच्छी इनकम हो रही है

जिले के बोधगया प्रखंड क्षेत्र स्थित इलरा गांव में पिछले 40 वर्षों से लगभग 200 वर्ग मीटर में टमाटर की खेती हो रही है

यहां के किसान परंपरागत खेती धान और गेहूं बेहद कम मात्रा में लगाते हैं. टमाटर की खेती में इन्हें अच्छा मुनाफा मिल रहा है

गया के गांव में अगस्त और सितंबर महीने में टमाटर की नर्सरी तैयार करने में किसान लग जाते हैं. उसके बाद सितंबर और अक्टूबर के महीने में इसे खेतों में लगा दिया जाता है

गांव के अधिकांश किसान उन्नत वैरायटी का टमाटर लगाते हैं. जिसका पौधा लंबे दिनों तक चलता है

एक किसान ने बताया कि दो बीघे में टमाटर की खेती से हर सप्ताह 15 से 20 क्विंटल टमाटर का उत्पादन हो रहा है

 इस खेती से सारे खर्च निकलने के बाद भी 60-70 हजार रुपये की बचत हो जाती है

टमाटर की खेती से इलरा गांव के किसानों को प्रति वर्ष लगभग 2 करोड रुपए की आय हो रही है

यहां के किसानों ने बताया कि अन्य सब्जियों की खेती में मुनाफा नहीं होता है और जानवर भी काफी परेशान करते हैं

लेकिन टमाटर की खेती ऐसी है,  जिसमें जानवरों के नुकसान पहुंचाने के बाद भी इसमें फल आ जाता है