डर के साए में गांववासी, नहीं बना कभी दो मंजिला घर 

चंडीगढ़ के पास एक ऐसा गांव है जहां कोई भी दो मंजिला मकान नहीं बना सकता. 

इस गांव की ऐसी मान्यता है कि किसी घर के ऊपर पहली मंजिल का निर्माण होगा तो उस घर को नुकसान होगा. 

इसका कारण है उस गांव में बना माता जयंती देवी का मंदिर.

हथनौर के राजा की शादी कांगड़ा की राजकुमारी से हुई जो माता जयंती देवी की बहुत बड़ी उपासक थी. 

कुछ सालों के बाद रानी और राजा की मृत्यु हो गई, जिसके बाद उनकी अगली पीढ़ियों ने माता की पूजा करना बंद कर दिया. 

जैसे माता की पूजा बंद हुई वैसे ही माता ने डाकू के सपने में आकर उसे राजा की रियासत को बर्बाद करने का आदेश दिया. 

उस समय मनी माजरा के जंगलों में रहने वाला डाकू गरीबों माता जयंती देवी का बहुत बड़ा भक्त था.

मान्यता हैं कि माता ने उसे अपने दर्शन दिए थे जिसके बाद उसने यहां पर माता का मंदिर बनवाया.

तब से ही माता के प्रकोप से बचने के लिए आज भी घरों पर दूसरी मंजिल नहीं बनाई गई.