एक ऐसा त्योहार जिसमें बेटे नहीं, बल्कि बेटियों के मंगल की कामना की जाती है.

भारत में लगभग सारे त्योहार पति और बेटों के लिये ही किये जाते हैं.

लेकिन छठ ऐसा पर्व है, जो बेटियों के लिये मनाया जाता है.

ये पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि पर मनाया जाता है.

कहा जाता है, कि यह भारत के सबसे प्राचीन पर्वों में से एक है.

बिहार-झारखंड समेत पूर्वांचल और देश के कई इलाकों में छठी मइया की आराधना की जाती है.

एक लोकगीत है, रुनकी झुनकी बेटी मांगीला, पढ़ल पंडितवा दामाद ए छठी मइया.

चार दिन तक चलने वाले छठ पर्व के नियम काफी सख्त होते हैं.

भगवान सूर्य की पूजा-अर्चना इस पर्व को खास बनाती है.

डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा के कारण छठ विशिष्ट पर्व हो जाता है.

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