कभी अजीब जानवर मानी जाती थीं मुर्गियां

इसानों ने मुर्गी पालन ईसा पूर्व शुरू किया, इसके बारे में अब नई बात कही जा रही है.

चावल की खेती शुरू होने से मुर्गियां सबसे ज्यादा संख्या वाली पालतू जानवर हो गईं.

पहले मुर्गियों को अजीब जानवर माना जाता था, सदियों बाद ही वह खाने का हिस्सा बनीं.

दक्षिणपूर्व एशिया में सूखे चावल की खेती के बाद से मुर्गियां पालतू जानवर बनीं.

सूखे चावल की खेती ने मुर्गी के पूर्वजों के लिए चुंबक का काम किया 

वो जंगलों के पेड़ों को छोड़कर बाहर आने लगीं. तब इंसानों से उनका नाता बना. 

मुर्गियों का पालतू बनना 1500 ईसापूर्व दक्षिण पूर्वी एशिया प्रायद्वीप में शुरू हुआ था.

मुर्गियों का पालतू बनना 1500 ईसापूर्व दक्षिण पूर्वी एशिया प्रायद्वीप में शुरू हुआ था.

अजीब जानवर होने के कारण उन्हें कई जगहों पर पहले पूजा जाता था.

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