बाल दिवस: अब बच्चे भी बनाएंगे गुल्लक

बाल दिवस: अब बच्चे भी बनाएंगे गुल्लक

दिल्ली की रहने वाली कविता मारवाह अपने बेटे मोहिक को बचपन से ही पैसे की कीमत सिखाने की कोशिश कर रही हैं

12 साल में बैंक आकउंट खुलवाएं समझ आने पर उनको UPI ट्रांसक्शन के बारे में भी बताया जा सकता हैं

हर महीने अपनी बचत में से उनके आकउंट में उनसे पैसे डलवाये

11 साल का मोहिक 6 साल की उम्र से ही सेविंग्स अकाउंट ऑपरेट कर रहा है

मारवाह बताती हैं कि उनका बेटा नियमित रूप से अपनी पॉकेट मनी अलग करने के बाद उसे अपने सेविंग्स अकाउंट में डिपॉजिट कर देता है

 बच्चों को शुरू से ही फाइनेंशियल मामलों के बारे में बताना फायदेमंद है. इससे बड़े होने पर ऐसी कई चीजों समझ चुके होतें हैं जो कई बड़े लोग भी नहीं जानते

प्लान अहेड वेल्थ एडवाइजर्स के फाउंडर और CEO विशाल धवन ने कहा कि बच्चों को जितना जल्द बजट, खर्च, इंटरेस्ट रेट जैसी चीजों के बारे में बताया जाए उनता अच्छा है

अभी स्कूलों में ऐसी चीजें नहीं सिखाई जाती हैं. लेकिन, माता-पिता अपने स्तर से इन चीजों के बारे में बच्चों को बता सकते हैं

मुंबई की तसनीम कागावाला बताती हैं कि 12 साल का उनका बेटा कुशई कागावाला अपनी पॉकेट मनी से कुछ पैसा हर महीने बचाता है

सृजन फाइनेंशियल सर्विसेज की फाउंडर पार्नटर दीपाली सेन ने कहा कि आप जब एटीएम ट्रांजेक्शन के लिए जाते हैं तो आपको अपने बेटे या बेटी को साथ ले जाना चाहिए

अपने बच्चों को आप कभी-कभी बैंक ब्रांच में भी ले जा सकते हैं. उन्हें बताना होगा कि UPI ट्रांजेक्शन कैसे होता है

ऑनलाइन पैसे का ट्रांसफर कैसे किया जाता है. उन्हें बताना होगा कि रुपये-पैसे की यह दुनिया कैसे काम करती है

बच्चे सिर्फ किताबों में पढ़कर चीजों को ठीक तरह से नहीं समझ पाते. उन्हें प्रैक्टिल जानकारी देने की जरूरत है

आप भी अपने बच्चों को सेविंग करना जरूर सिखाएं