भविष्य का सुपरफूड हो सकती है काई?
वैज्ञानिक कई सालों से समुद्री काई या शैवाल की भोजन के रूप में महत्व जानते हैं.
वे इसे खाद्य स्रोत बनाने पर काम कर रहे है जो भविष्य का सुपरफूड हो सकता है.
हजारों सूक्ष्म शैवाल नए तरह का सुपरफूड होने की क्षमता रखते है.
काई से मक्के की तुलना में 167 गुना ज्यादा उपयोगी बायोमास पैदा हो सकता है.
काई का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसमें प्रति एकड़ प्रोटीन उत्पादन ज्यादा हो सकता है.
काई सोयाबीन के मुकाबले 20 गुना या उससे भी ज्यादा प्रति एकड़ पैदा हो सकता है.
कई तरह की काई खारे पानी में और डेयरी के अपशिष्ट पानी में भी पैदा की जा सकती हैं.
शैवाल या काई विटामिन, खनिज और अन्य स्थूल पोषक तत्वों में समृद्ध हैं.
इनमें ओमेगा 3 फैटी एसिड और अमीनो एसिड भी हैं जो इंसानी सेहत के लिए अहम हैं.
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