भाभी-देवर का रिश्ता रोमांटिक क्यों होता हैं, 10 पॉइंट्स में जानिए

कहां देवर का दिल अटका है भौजाई समझती है.

ये शेर देवर भाभी के प्यारे रिश्ते को खूब बयान करता है.

देवर भाभी का रिश्ता प्यार दुलार और छेड़छाड़ वाला होता है.

बड़े भाई के गुस्से से देवर को भाभी ही बचाती है.

देवर भी अपने मन की बात अक्सर भाभी से ही करता है.

देवर-भाभी के रिश्ते में प्यार और खट्टी-मिठ्ठी नोक-झोंक होना लाजमी है.

इस रिश्ते में मां-बेटे जैसी बांडिंग भी होती है.

देवर भाभी दोनों ही इस रिश्ते की मर्यादा को समझते है.

इस रिश्ते में मां-बेटे जैसी बांडिंग और दोस्त जैसा खुलापन भी होता है.

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