बिहार में छठ का पर्व महापर्व के रूप में मनाया जाता है.
चैती छठ पूजा नहाय-खाय के साथ 12 अप्रैल से शुरू हो रही है.
इस पूजा में गलती की कोई गुंजाइश नहीं होती है.
अन्यथा छठी मईया नाराज हो जाती हैं.
पटना के मशहूर ज्योतिषविद् डॉ. श्रीपति त्रिपाठी ने इसपर जानकारी दी है.
छठ पूजा के दौरान स्वच्छता से कोई समझौता ना करें.
प्रसाद तैयार करते समय नमक, लहसुन और प्याज का इस्तेमाल बिल्कुल न करें.
इसके अलावा इस दौरान मांस का सेवन भूल से भी न करें.
इस पर्व के दौरान प्लास्टिक के बर्तनों का बिल्कुल भी इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.