मुर्गा पालन से 10 गुना कमाई
देसी मुर्गापालन आज के दौर में बहुत बड़ा रोजगार है.
मुजफ्फरपुर के चखेलाल गांव के राजू कुमार चौधरी देसी मुर्गा के बड़े व्यापारी है.
उन्हें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथों पुरस्कार भी मिल चुका है.
उनके पास देसी मुर्गा के कई वैरायटियां है, जिसमें वनराजा और ग्राम प्रिया दो प्रमुख वेरायटी हैं.
एक देसी मुर्गा को तैयार होने में तकरीबन 3 महीना लगता है.
देसी मुर्गा का चूजा 30 रुपए की दर से बाजार में उपलब्ध है.
वहीं तैयार होने के बाद यह मुर्गा 400 रुपए प्रति kg की दर से बिकता है.
देसी मुर्गा कीट खाकर अपना भरण-पोषण खुद कर लेता है.
देसी मुर्गा 1000 से 1200 रुपए तक एक पीस बिक जाता है.
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