उदयपुर में एक ऐसी जगह है जहां बिन बादल बरसात होती हैं.
हम बात कर रहे हैं सहेलियों की बाड़ी की.
महाराणा ने अपनी महारानी के लिए इस वाटिका का निर्माण कराया था.
यहां खास तरीके के फव्वारे लगवाएं गए थे.
फतेहसागर झील से ग्रेविटी सिस्टम के जरिए फव्वारे लगाए गए थे.
ये फव्वारे बारिश का अनुभव कराते हैं.
हजारों की संख्या में सैलानी यहां पहुंचते हैं.
बिन बादल बरसात का अनुभव पर्यटकों के लिए खास होता है.
हरियाली अमावस्या पर यहां महिलाओं के लिए मेले का आयोजन होता है.