पेरिस ओलंपिक में

रचा इतिहास

Rohit Jha/News

पिता ईंट भट्टे में मज़दूर- अब ऐसे पेरिस ओलंपिक में रचा इतिहास

ये कहानी है अविनाश साबले की पेरिस ओलंपिक में पांच अगस्त इतिहास रच दिया

अविनाश साबले 3000 मीटर बाधादौड़ के फ़ाइनल में पहुंच गए

ये भारत के अविनाश साबले की कहानी है लेकिन अविनाश की यात्रा कभी आसान नहीं रही

स्कूल की धूल भरी सड़कों पर नंगे पांव दौड़ते हुए...

...पेरिस के ट्रैक तक पहुंचने की कहानी बहुत कठिन रही है

अविनाश महाराष्ट्र के बीड जिले में गांव मंडवा से आते हैं

परिवार की ऐसी स्थिति देखकर अविनाश के मन में माता-पिता...

...के संघर्ष में हाथ बांटाने की इच्छा बचपन से ही थी

इसलिए स्पोर्ट्स में शुरुआती असफलता के बाद सेना जॉइन की

लेकिन नियति ने अविनाश को एक बार फिर से रेसिंग के ट्रैक पर ला दिया

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