'बाहुबली' के बाद से पैन इंडिया फिल्मों का ट्रेंड शुरू हुआ, जो पूरा सच नहीं है.
कई दशक पहले ही एक साउथ फिल्म इस ट्रेंड को शुरू कर चुकी थी.
वो एक तमिल फिल्म है, जो 40 के दशक में आई थी और उसका नाम 'चंद्रलेखा' है.
'चंद्रलेखा' 1948 में रिलीज हुई थी और इसे देशभर के हर हिस्से में सराहा गया था.
ये फिल्म 32 लाख के बजट में बनी थी और हिंदी में लगभग 70 लाख कमाए थे.
'चंद्रलेखा' ने तमिल में 88 लाख की कमाई की थी और ये विदेशों में भी रिलीज हुई थी.
इसे पेरिस, न्यूयॉर्क, लॉस एंजिल्स, टोक्यो और रोम में भी रिलीज किया गया था.
इस मूवी ने दुनियाभर में जबरदस्त कमाई और जापान में भी खूब मुनाफा किया.
बता दें, 'चंद्रलेखा' के हिंदी वर्जन ने लगभग 118% का मुनाफा दर्ज किया था.