संतान सप्तमी पर 150 साल बाद बड़ा योग, ऐसे रखें व्रत
हिन्दू धर्म में संतान सप्तमी बहुत ही महत्वपूर्ण मानी जाती है.
महिलाएं अपने बच्चों की लंबी उम्र के लिए संतान सप्तमी का व्रत रखती है.
इस व्रत को ललिता सप्तमी भी कहते हैं : ज्योतिषाचार्य पंडित नन्द किशोर मुदगल.
इस दिन भगवान सूर्य और लड्डू गोपाल की पूजा अराधना करती है.
साथ ही संतान प्राप्ति के लिये यह व्रत रखने से मनोकामना पूर्ण होती है.
हर साल भाद्रमाह के शुक्लपक्ष की सप्तमी तिथी को ये मनाया जाता है.
इस साल 22 सितंबर को इसका व्रत रखा जाएगा.
इस दिन राधाअष्ट्मी भी पड़ रही है.
ऐसा संयोग 150 सालों बाद बनेगा.
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