ज्ञानवापी मंदिर या मस्जिद? जानें 5 बड़े सबूत
वाराणसी के ज्ञानवापी का मुद्दा कोर्ट में है.
वाराणसी के लोवर कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक सुनवाई चल रही है.
जिला न्यायालय ने ज्ञानवापी परिसर की एएसआई जांच का आदेश दिया है.
एएसआई जांच के बाद ज्ञानवापी का सच सामने आ जाएगा.
लेकिन कई ऐसे सबूत हैं, जो इसके मंदिर होने की ओर इशारा करते हैं.
1991 में कानूनी लड़ाई शुरू करने वाले वादी हरिहर ने दावा किया कि ज्ञानवापी में पत्थरों के टीले के नीचे स्वयंभू शिवलिंग हैं.
उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी के पिछले हिस्से की दीवारें दर्शाती हैं कि ज्ञानवापी कोई मस्जिद नहीं.
इसके अलावा मई 2022 में कार्रवाई के दौरान यहां हिन्दू देवी-देवताओं के कई चिह्न मिले थे.
इन चिह्नों में त्रिशूल के निशान के साथ स्वस्तिक के चिह्न भी शामिल थे.
ज्ञानवापी परिसर की दीवारों पर छोटा शिवलिंग भी मिला था.
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