पत्ता है या दवा... पथरी को कर देता है गायब!

कम पानी पीने से पथरी की समस्या होती है.

ऐसे में पत्थरचट्टा बेहद फायदेमंद हो सकता है.

डॉ. प्रभात कुमार ने इसपर जानकारी दी है.

पत्थरचट्टा को आयुर्वेद चिकित्सा में पाषाण भेद भी कहते हैं.

इसका मतलब पत्थर को भेदने वाला होता है.

0.5-2.5 एमएल के पथरी को ये आसानी से पिघला सकता है.

इसके सेवन से शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकलते हैं.

बवासीर की समस्या दूर करने में भी यह उपयोगी है.