भारत में सोने में निवेश पहनने के लिए ज्यादा किया जाता है. यहां गोल्ड की इन्वेस्टमेंट वैल्यू से ज्यादा गहनों पर फोकस ज्यादा होता है
ये निवेश से ज्यादा भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए ज्यादा खरीदा जाता है. हालांकि, पिछले कुछ सालों में गोल्ड में निवेश के कई ऑप्शन आ गए है. भारत में तब भी गोल्ड की फिजिकल वैल्यू यानी सोने के गहनों की चमक कम नहीं हुई है
घर में इसे तय लिमिट के तहत रखना बहुत आवश्यक है. अगर लिमिट से ज्यादा सोना रखते हैं तो हमें इनकम विभाग को इसका हिसाब देना होगा
लेकिन क्या आपको पता है कि आप घर में कितना सोना रख सकते हैं?
अगर किसी शादीशुदा महिला के पास 500 ग्राम तक सोना है तो वह उसे अपने पास रख सकती है, जिस पर कोई टैक्स नहीं लगता है
अगर किसी अविवाहित महिला के पास 250 ग्राम तक गोल्ड ज्वेलरी मिलती है तो उसे जब्त नहीं किया जाएगा
किसी विवाहित या अविवाहित पुरुष सदस्य का 100 ग्राम तक के गोल्ड ज्वेलरी को जब्त नहीं किया जाएगा
ध्यान देने वाली बात यह है कि मात्रा की यह सीमा परिवार के एक सदस्य के लिए है
इसका मतलब है कि अगर परिवार में दो विवाहित महिला सदस्य हैं तो कुल सीमा 500 ग्राम से बढ़कर एक किलोग्राम हो जाएगी
आप अपने घर पर जितना चाहें उतना सोने की गहने रख सकते हैं , लेकिन टैक्स डिपार्टमेंट के पूछने पर आपको यह बताना पड़ेगा कि इतनी गोल्ड ज्वेलरी खरीदने के लिए पैसा कहां से आया
इंडिया में पहले गोल्ड कंट्रोल एक्ट, 1968 लागू था. इसके तहत लोगों को एक सीमा से ज्यादा सोना रखने की इजाजत नहीं थी, लेकिन, इस एक्ट को जून 1990 में खत्म कर दिया गया
अभी कोई व्यक्ति या परिवार अपने पास कितना सोना रख सकता है, इसकी कोई कानूनी सीमा तय नहीं है