इन हरी पत्तियों से हो जाएगी डायबिटीज की छुट्टी, जानिए कैसे करें उपयोग

इन हरी पत्तियों से हो जाएगी डायबिटीज की छुट्टी, जानिए कैसे करें उपयोग

डायबिटीज एक लाइलाज बीमारी है. जिसे सिर्फ बेहतर लाइफस्टाइल और हेल्दी डाइट के जरिए कंट्रोल किया जा सकता है

इसमें ब्लड शुगर बढ़ने लगता है. जिससे मरीज को ज्यादा प्यास लगना, गला सूखना, मुंह सूखना, बीपी कम होना, चक्कर आना और चोट का ठीक नहीं होना जैसी समस्याएं होने लगती हैं

भारत में सदियों से आयुर्वेद के जरिए कई गंभीर बीमारियों का इलाज किया जाता है

 ऐसे ही डायबिटीज से छुटकारा पाने के लिए आक पत्तियों का इस्तेमाल कर सकते हैं. आक के पौधे को आयुर्वेद में डायबिटीज के लिए एक शक्तिशाली जड़ी बूटी माना गया है

आक का पौधा बहुत ही विषेला होता है. जंगलों झाड़ियों के बीच आक का पौधा आपको बहुत ही आसानी से नजर आ जाएगा

इसकी फूल और पत्तियां डायबिटीज, अस्थमा और कुष्ठ के रोगियों के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित हो सकते हैं

आक को कई लोग अकोवा और मदार के नाम से भी जानते हैं. डायबिटीज ही नहीं यह कई तरह की स्किन एलर्जी से आपको बचा सकता है

आक को अंग्रेजी में जायंट कैलोट्रोप के नाम से जानते हैं. इसका वैज्ञानिक नाम कैलोट्रोपिल गिगनटी (Calotropis Gigantea) है

डायबिटीज के मरीजों के लिए आक के पत्ते किसी वरदान से कम नहीं हैं. आक के पौधे में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी इंफ्लेमेटरी और चोट को सही करने के गुण पाए जाते हैं

आक के पत्ते को धूप में सुखा लें. फिर इसे पीसकर पाउडर बना लें और रोजाना 10 मिलीलिटर पानी में इस पाउडर को मिलाकर सेवन करें

आक के पत्ते से एक सफेद दूध निकलता है जो थोड़ा आंखों के लिए खतरनाक है. इस पत्ते के इस्तेमाल के वक्त सावधानी जरूर बरतें