लॉस का डर नहीं, दमदार प्रॉफिट

काजू की खेती

अगर आप भी नौकरी छोड़कर कोई बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो काजू की खेती कर सकते हैं 

इसकी सबसे अच्छी बात ये है कि इसमें लॉस होने का खतरा कम और प्रॉफिट होने का चांस ज्यादा है

यह एक ऐसा ड्राईफ्रूट है जिसकी डिमांड हर घर में होती है जिससे मांग कम होने का खतरा नहीं है 

काजू के कुल उत्पादन का 25 फीसदी हिस्सा दक्षिण भारत से आता है। केरल, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, तामिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में खेती होती है 

काजू के पौधे एक बार लगाने के बाद कई सालों तक इसमें फल आते हैं। पौधों को लगाने के समय खर्च आता है। एक हेक्टेयर में काजू के 500 पेड़ लगाए जा सकते हैं

जानकारों के मुताबिक, एक पेड़ से 20 किलो काजू मिल जाता है। इसमें एक हेक्टेयर में 10 टन काजू की पैदावार होती है

इसके बाद प्रोसेसिंग में खर्च आता है। बाजार में काजू 1200 रुपये किलो बिकता है

ऐसे में आप अधिक संख्या में पौधे लगाने पर लखपति ही नहीं बल्कि करोड़पति बन जाएंगे

काजू के पेड़ की लंबाई 14 मीटर से लेकर 15 मीटर या इससे ज्यादा भी हो सकती है। फल देने के लिए इसके पौधे 3 साल में तैयार हो जाते हैं

काजू के छिलकों से पेंट और लुब्रिकेंट्स को तैयार किया जाता है। लिहाजा इसकी खेती काफी फायदेमंद मानी जाती है