IAS STORY: नाम से कांपते हैं माफिया
UPSC निकालने के बाद भी IAS अफसरों की चुनौतियां खत्म नहीं होती हैं.
शेर काफी सामाजिक होते हैं और झुंड में ही रहते हैं
2005 बैच के IAS तुकाराम मुंढे की कहानी भी कुछ ऐसी ही है.
वह अपनी ईमानदारी को लेकर मशहूर हैं.
16 साल के करियर में उनका 19 बार ट्रांसफर किया गया है.
वह गरीब परिवार से आते हैं और उन्हें IAS बनने के लिए काफी संघर्षो से गुजरना पड़ा.
वह 2005 में UPSC क्लियर कर IAS बने.
IAS बनते ही उन्होंने अपने तेवर दिखाए और अवैध शराब के अड्डों पर रेड मारी.
रेत माफिया के खिलाफ कार्रवाई का कारण उन्हें जान से मारने तक की धमकी मिल चुकी है.
तुकाराम मुंढे लोगों के बीच भी काफी लोकप्रिय हैं.
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