किताबों का गांव
Rohit Jha/News
भारत का पहला
भारत का पहला
किताबों का गांव, यहां
है लाखों बुक्स
भिलार सतारा जिले
में महाबलेश्वर, पचगानी के बीच स्थित है
इस गांव को पहले स्ट्रॉबेरी गांव के नाम से जाना जाता था
लेकिन तत्कालीन
शिक्षा मंत्री विनोद
तावड़े ने...
...भिलार गांव में
पुस्तक गांव की अवधारणा लागू की
दुनिया इससे पहले
ब्रिटेन के हे-ऑन-वे गांव को पुस्तक गांव कहा जाता है
गाँव में बाल साहित्य, उपन्यास, हास्य पुस्तकें, जीवनियां...
...आत्मकथाएँ, दिवाली अंक, पत्रिकाएं, पर्यावरण पुस्तकें पढ़ी जा सकती हैं
गाँव की सड़क के
किनारे 35 घरों में विभिन्न विभागों के 35 पुस्तकालय हैं.
इन 35 घरों में
पाठकों के लिए लाखों किताबें रखी हुई हैं
ऐसी और वेबस्टोरी के लिए क्लिक करें
CNBC HINDI