भारत के मेघालय में एक गांव है कॉन्गथॉन्ग. यहां करीब 650 लोग रहते हैं.
यहां के लोगों के नाम के साथ उन्हें खास गाने दिये जाते हैं.
इस वजह से गांव को विसलिंग विलेज यानी सीटी बजाने वाला गांव भी कहा जाता है.
यहां के लोगों के नाम आम नामों की ही तरह हैं जिसे वो आधिकारिक चीजों के लिए इस्तेमाल करते हैं.
मगर इन नाम के साथ उनके लिए खास धुन भी बनाई गई है.
यहां माता-पिता बच्चा पैदा होते ही उसके लिए अनोखी धुन बनाते हैं.
ये गाने बच्चों के नाम के साथ ही जुड़ जाते हैं.
लोग जीवन भर अपने नाम के साथ-साथ इन गानों से भी जाने जाते हैं.
मेघालय में इस गाने को जिंग्रवई इयॉबी कहा जाता है जिसका अर्थ होता है दादी मां का गीत.