जन्माष्टमी से जुड़ी कुछ रोमांचक बातें
जन्माष्टमी से जुड़ी कुछ रोमांचक बातें
श्री कृष्ण जन्माष्टमी हिन्दुओं का प्रमुख त्योहारों में से एक है
श्री कृष्ण जन्माष्टमी हिन्दुओं का प्रमुख त्योहारों में से एक है
हर साल भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कृष्ण जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है
हर साल भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कृष्ण जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है
इस दिन को लड्डू गोपाल के जन्मदिन के रुप में भी मनाया जाता है
इस दिन को लड्डू गोपाल के जन्मदिन के रुप में भी मनाया जाता है
इस दिन भक्त व्रत रखकर भगवान कृष्ण के जन्म के बाद रात 12 बजे पूजा-अर्चना करते हैं
इस दिन भक्त व्रत रखकर भगवान कृष्ण के जन्म के बाद रात 12 बजे पूजा-अर्चना करते हैं
भगवान श्री कृष्ण का जन्म मथुरा की भूमि पर हुआ था
भगवान श्री कृष्ण का जन्म मथुरा की भूमि पर हुआ था
भगवान कृष्ण के कुल 108 नाम है. जैसे:- बाल गोपाल, कान्हा, मोहन, केशव, श्याम, वासुदेव, कृष्णा और कई अन्य नाम थे
भगवान कृष्ण के कुल 108 नाम है. जैसे:- बाल गोपाल, कान्हा, मोहन, केशव, श्याम, वासुदेव, कृष्णा और कई अन्य नाम थे
श्री कृष्ण देवकी और वासुदेव के 8वें पुत्र थे
श्री कृष्ण देवकी और वासुदेव के 8वें पुत्र थे
भगवान विष्णु के आठवें अवतार माने जाने वाले भगवान कृष्ण है
भगवान विष्णु के आठवें अवतार माने जाने वाले भगवान कृष्ण है
श्री कृष्ण को माखन दूध,दही काफी पसन्द था जिसकी वजह से उन्हें जहाँ कहीं भी माखन दिखता वह चोरी से खाने चले जाते थे
श्री कृष्ण को माखन दूध,दही काफी पसन्द था जिसकी वजह से उन्हें जहाँ कहीं भी माखन दिखता वह चोरी से खाने चले जाते थे
जन्माष्टमी के दिन मंदिर में झाकियां सजाई जाती हैं
जन्माष्टमी के दिन मंदिर में झाकियां सजाई जाती हैं
इस दिन भगवान श्री कृष्ण को झूला झूलाया जाता है
इस दिन भगवान श्री
कृष्ण को झूला झूलाया जाता है
भगवान श्री कृष्ण मक्खन, दही और दूध से बनी चीजों को खाना पसंद करते थे इसलिए जन्माष्टमी के दिन विभिन्न मीठे व्यंजन बनाएं जाते है
भगवान श्री कृष्ण मक्खन, दही और दूध से बनी चीजों को खाना पसंद करते थे इसलिए जन्माष्टमी के दिन विभिन्न मीठे व्यंजन बनाएं जाते है
कृष्ण जन्मोत्सव के दिन लोग व्रत रखते हैं और रात में 12 बजे भगवान कृष्ण के जन्म के बाद प्रसाद वितरण करके अपना व्रत खोलते हैं
कृष्ण जन्मोत्सव के दिन लोग व्रत रखते हैं और रात में 12 बजे भगवान कृष्ण के जन्म के बाद प्रसाद वितरण करके अपना व्रत खोलते हैं
इस साल भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि की 6 सितंबर को दोपहर 03 बजकर 37 मिनट से हो रही है
इस साल भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि की 6 सितंबर को दोपहर 03 बजकर 37 मिनट से हो रही है
इसका समापन अगले दिन 7 सितंबर की शाम 04 बजकर 14 मिनट पर होगा
इसका समापन अगले दिन 7 सितंबर की शाम 04 बजकर 14 मिनट पर होगा
देश में कई जगह जन्माष्टमी के दिन मटकी फोड़ने का कार्यक्रम भी आयोजित किया जाता है
देश में कई जगह जन्माष्टमी के दिन मटकी फोड़ने का कार्यक्रम भी आयोजित किया जाता है