इस कालाष्टमी करें भगवान भैरव की सात्विक पूजा, जानें विधि

सनातन धर्म में व्रत और पूजन कार्यों को विशेष माना गया है. 

कालभैरव को शिव का पांचवा अवतार माना जाता है. 

कालभैरव अपने भक्तों की सदैव रक्षा करते हैं : पं. मनोज शुक्ला .

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कालाष्टमी के दिन बाबा काल भैरव की विशेष पूजा की जाती है.

पूजा करने से जीवन के सभी संकट, काल, दुख दूर हो जाते हैं. 

इस बार कालाष्टमी 5 दिसंबर को मनाई जाएगी.

इसी दिन भगवान काल भैरव का प्राकट्य हुआ था.

इस दिन भगवान भैरव की सात्विक मंत्रों से पूजा करते हैं. 

कहीं-कहीं तांत्रिक साधना भी की जाती है. 

भगवान भैरव को उड़द दाल का बड़ा, मूंग का बड़ा और इमरती चढ़ाएं.