अगर खिल गया ये फूल तो धरती पर आने वाले हैं देवता!

मॉनसून समाप्त होते ही शरद ऋतु की शुरुआत हो जाती है. 

इस मौसम में चारों तरफ कांस के फूल खिल जाते हैं. 

इस फूल का जिक्र रविंद्र नाथ टैगोर और काजी नज़रुल इस्लाम की कविताओं में भी मिलता है. 

इस फूल का केवल मौसम चेंज से ही मतलब नहीं है. 

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इसको पश्चिम बंगाल में बेहद शुभ फूल माना जाता है. 

इसका इस्तेमाल भक्त शारदीय नवरात्र में भी करते हैं. 

इस फूल के खिलना का मतलब आसमान में सफेद बादल के समान है. 

इसके खिलने का मतलब धरती देवताओं के आगमन के लिए तैयार है.