हिंदू धर्म में शीतला सप्तमी और अष्टमी का काफी महत्व होता है.
ये पर्व चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की सप्तमी और अष्टमी को मनाया जाता है.
इस साल ये पर्व 1 और 2 अप्रैल को मनाया जाने वाला है.
स्कंद पुराण में इस पर्व का वर्णन किया गया है.
इस दिन लोग सूर्योदय से पहले ठंडे पानी से स्नान करते हैं.
इसके बाद विधि विधान से शीतला माता की पूजा करते हैं.
साथ ही ठंडा जल और श्रीफल अर्पित करते हैं.
इसके बाद माता को एक दिन पहले बनाया गया भोग अर्पित किया जाता है.
घर के सदस्य भी इस दिन बासी भोजन ही खाते हैं.
ऐसा इसलिए क्योंकि शीतला माता को ठंडे भोजन का भोग लगता है.