दरभंगा जिले के सबसे पुराने मठ में एक खास वृक्ष है.
इस वृक्ष में एक भी जड़ नहीं है.
बिना जड़ का यह वृक्ष सालों से हरा भरा है.
मठ के पहले पुजारी साहेब राम बाबा ने जिंदा समाधी समाधि ले ली थी.
उनके दातुन के लकड़ी से यह विशाल पेड़ बन गया था.
समाधि से पूर्व उन्होंने कहा था जब तक यह वृक्ष हरा भरा रहेगा तब तक हम जीवित रहेंगे.
पेड़ अभी जीवित अवस्था में है.
लोग यही मानते हैं कि साहब राम बाबा अभी जीवित है.
स्थानीय पुजारी महेश कांत ठाकुर ने ये जानकारी दी है.