Yamini Singh
हिंदू धर्म में भगवान की कथा, पूजा या कोई अनुष्ठान होने के बाद प्रसाद बांटने की परंपरा होती है.
इस प्रसाद में सबसे खास होता है चरणामृत और पंचामृत. कई लोगों को लगता है कि चरणामृत और पंचामृत दोनों एक ही होते हैं.
लेकिन हम आपको बता दें कि चरणामृत और पंचामृत में काफी अंतर है. तो चलिए जानते हैं दोनों में क्या अंतर है.
बता दें, पंचामृत का मतलब पांच पवित्र खाद्य पदार्थ से मिलकर बना एक शुद्ध पेय.
वहीं चरणामृत भगवान विष्णु के चरणों के जल को कहते हैं. इसे तांबे के पात्र में तुलसी और तिल मिलाए जाते हैं. जिससे तांबे के औषधीय गुण जल में आ जाते हैं.
चरणामृत मस्तिष्क को शांति और बुद्धि प्रदान करता है.
पंचामृत गाय का दूध, गाय का घी, दही, शहद और शक्कर से बनाया जाता है.
पंचामृत से ही भगवान का अभिषेक किया जाता है.
माना जाता है कि पंचामृत कई रोगों में लाभदायक और मन को शांति प्रदान करता है.