भारत का वो मंदिर, जहां पुरुषों को पूजा करने के लिए करना पड़ता है सोलह श्रंगार!

केरल में हर साल चमायाविलक्कु नाम का एक त्योहार होता है.

शेर काफी सामाजिक होते हैं और झुंड में ही रहते हैं

इस त्योहार का आयोजन, कोल्लम में स्थित कोट्टानकुलंगारा श्री देवी मंदिर में होता है.

मार्च के महीने में, 10-12 दिन चलने वाले इस त्योहार के आखिरी दिन, पुरुष, महिलाओं की तरह सजते हैं.

वो साड़ी, गहने, मेकअप, आदि का इस्तेमाल करते हैं.

ट्रांसजेंडर लोग भी इस त्योहार में शामिल होते हैं.

मान्यता है कि सालों पहले, कुछ चरवाहे लड़के, लड़कियों का रूप लेकर यहां खेला करते थे.

वो एक पत्थर के पास खेलते थे जिसे वो भगवान मानते थे.

माना जाता है कि एक दिन देवी उस पत्थर में से प्रकट हुईं.

ये खबर तेजी से गांव में फैली और उनके सम्मान में यहां मंदिर बना दिया गया.

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