लाल गमछे ने मैनचेस्टर की बदली किस्मत

गया जिले को बिहार के मैनचेस्टर से जाना जाता है.

गया जिले के पटवा टोली में 24 घंटे पावरलूम की खटखट की आवाज आते रहती है.

यहां बड़े पैमाने पर गमछा, धोती, साड़ी, बेडशीट आदि का निर्माण होता है.

यहां करीब 25 हजार लाल गमछा प्रतिदिन बन रहे हैं.

जिसकी बिक्री बिहार के अलावा बंगाल, असम और  झारखंड में काफी होती है.

पटवा टोली में बने लाल गमछा देखने में सुंदर और काफी मजबूत होता हैं.

पटवा टोली में चार हजार पावर लूम पर गमछा तैयार किया जा रहा है.

पटवा टोली से रोजाना दो से तीन ट्रक लाल गमछा इन राज्यों में भेजी जाती है.