दामाद को जरूर खिलाया जाता है ये जंगली पत्ता!

मिथिलांचल में दमाद का विशेष महत्व है. 

इनकी खातिरदारी में कोई कसर नहीं छोड़ी जाती है. 

इनके लिए खास तरह का भोजन भी बनाया जाता है. 

इसमें से एक है तिलकोर है. इसको खास जंगल से चुना जाता है. 

इसकी खेती नहीं होती है. यह प्रकृति की ओर से मिलता है. 

इसे दामाद को मिथिलांचल में विशिष्ट अतिथि दर्जा दिया गया है.

तिलकोर के पत्ते की सब्जी भी बनती है और तरुआ भी बनता है. 

मिथिलांचल में दामाद के सामने यह व्यंजन परोसी जाती है. 

इसे खाने से कई बीमारियों से निजात भी मिलती है.