इस मंदिर में पूजा करने पर बड़े से बड़े कष्ट हो जाते है दूर
जिसकी स्थापना करीब 245 साल पहले हुई थी.
भगवान शनिदेव जी के इस प्राचीन मंदिर की अपनी अलग पहचान है.
बताया जाता है कि इस मंदिर का मुख पश्चिम दिशा में है. इसलिए ये मंदिर विशेष स्थान रखता है.
इस मंदिर में सच्चे मन से पूजा अर्चना करने वाले कि हर मुराद पूरी होती है.
इस मंदिर में सच्चे मन से पूजा अर्चना करने वाले कि हर मुराद पूरी होती है.
इस वक़्त शनि मंदिर में पुजारी की पांचवी पीढ़ी मंदिर की सेवा कर रही है.
सिरसा के इतिहास में यह मंदिर विशेष स्थान रखता है.
इस मंदिर में हरियाणा, राजस्थान, पंजाब से लोग माथा टेकने आते है.
ये प्राचीन मंदिर सिरसा के नोहरिया बाजार में स्थित है.