पितृपक्ष में चंद्र ग्रहण, तर्पण करें या टालें? जानें सही तरीका!

पितरों के लिए तर्पण, श्राद्ध, पिंडदान किया जाता है.

पितृपक्ष भाद्रपद पूर्णिमा से आश्विन अमावस्या तक चलता है.

इस बार पितृ पक्ष के दूसरे दिन चंद्र ग्रहण का साया है.

ये ग्रहण 18 सितंबर को सुबह 6:12 से 10:17 तक रहेगा.

ये ग्रहण भारत में दृश्य नहीं होगा.

17 सितंबर को पूर्णिमा श्राद्ध, 18 को प्रतिपदा श्राद्ध शुरू होगा.

ऐसे में ग्रहण खत्म होने के बाद ही श्राद्ध करें.

पितरों की पूजा ग्रहण समाप्ति के बाद करें.

पितृपक्ष 2 अक्टूबर 2024 को खत्म होगा.