पापा के कहने पर बन गईं सरकारी अफसर
इन दिनों मीडिया में ज्योति मौर्य केस छाया हुआ है.
प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही कई छात्राओं पर इसका असर पड़ रहा है.
हरियाणा की रहने वाली मधुमिता इन सबके लिए मिसाल हैं.
मधुमिता ने यूपीएससी परीक्षा 2019 में 86वीं रैंक हासिल की थी.
2010 में उन्होंने 10वीं बोर्ड परीक्षा में टॉप किया था.
12वीं के बाद बीबीए और फिर पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स किया.
मधुमिता के पिता चाहते थे कि वह एक सरकारी अफसर बनें.
मधुमिता ने इतिहास विषय के साथ सिविल सर्विस परीक्षा दी थी.
फिलहाल वह उड़ीसा में एसडीएम के पद पर कार्यरत हैं.
क्लिक
और स्टोरीज पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें