यहां नर्मदा की लहरों को चीरते है हनुमान जी...

आपने हनुमान जी के कई रूप देखे होंगे.

आज हम आपको उनका एक ऐसा रूप दिखाने जा रहा है. 

जिन्हें लोग तैरते हुए हनुमान जी के नाम से जानते हैं. 

जबलपुर से 15 किमी दूर कालीघाट में मां नर्मदा तट पर तैरते हुए बजरंगबली है.

जो पिछले 8 से 10 वर्षों में मां नर्मदा की बहती हुई विहंगम लहरों के बीच स्थापित है.  

मान्यता है कि बारिश के दिनों में हनुमान जी मां नर्मदा के अंदर रहते हैं, तब वे सो जाते हैं. 

करीब तीन महीना की नींद के बाद जल स्तर कम होने पर वे वापस लोगों को दर्शन देते हैं. 

हनुमान जी की यह प्रतिमा खंडित है जिसके चलते कुछ युवकों ने विसर्जन कर दिया था. 

तब से लेकर आज तक हनुमान जी की यह प्रतिमा वहां पर स्थापित है.