महादेव की शान में इस फूल ने की गुस्ताखी, फिर मिली ऐसी सजा!

शिव जी के अभिषेक के दौरान कई सारी चीजें चढ़ाई जाती हैं.

शिव जी को भूलकर भी केतकी का फूल नहीं चढ़ाना चाहिए. 

भगवान शिव ने ही केतकी के फूल श्राप दिया था.

भगवान विष्णु और ब्रह्मा के बीच सर्वश्रेष्ठ को लेकर विवाद हुआ.

भोलेनाथ ने वहां एक शिवलिंग की उत्पत्ति की.

कहा कि जो कोई भी इसका आदि और अंत खोज लेगा, वह सर्वश्रेष्ठ कहलाएगा. 

भगवान विष्णु को शिवलिंग का अंत नहीं मिला और भगवान शिव के आगे भूल स्वीकार की.

ब्रह्मा जी ने बहला फुसलाकर कर केतकी को झूठ बोलने के लिए राजी कर लिया. 

केतकी के फूल के झूठ बोलने के बाद भगवान शिव ने केतकी के फूल को श्राप दिया.