‘एशिया का सबसे साफ गांव’, हर घर में शौचालय, प्लास्टिक बैन!

'भगवान का बगीचा' नाम से फेमस इस गांव का नाम मॉलिनॉन्ग है.

ये मेघालय में स्थित है. गांव शिलॉन्ग से सिर्फ 78 किलोमीटर की दूरी पर है.

गांव को 'डिस्कवर इंडिया' से 2003 में एशिया का सबसे साफ गांव का खिताब था.

तब से अब तक ये गांव अपनी स्वच्छता को कायम रखे है.

गांव के हर घर में साल 2007 से शौचालय है. कोई भी खुले में शौच नहीं करता.

गांव में बांस के डस्टबिन रखे हैं. इसमें पेड़ से गिरने वाली सूखी पत्तियां जमा होती हैं.

गांव में प्लास्टिक बैग के साथ सिगरेट पीने पर भी बैन है.

अगर कोई इन चीजों का प्रयोग करता है तो उसे जुर्माना देना पड़ता है.

गांव के लोग कूड़े से अपनी खाद खुद बनाते हैं.