सौरमंडल के सबसे छोटे ग्रह बुध की एक पूंछ दिखाई देती है.
पीले नारंगी रंग की यह पूंछ छोटी नहीं लगती है.
ऐसा लगता है कि बड़े धूमकेतु की पूंछ है.
इसकी वजह सौर पवनें और क्षुद्रग्रह हैं जो इस ग्रह पर पूंछ को संभव बनाते हैं.
इस तरह की पूंछ किसी और ग्रह में नहीं देखी जाती है.
और इसके लिए खुद बुध नहीं बल्कि उसकी स्थिति और अन्य कारक जिम्मेदार हैं.
बुध सूर्य से 5.8 करोड़ किलोमीटर दूर है, छोटा, घना, लेकिन पथरीला ग्रह है.
बुध पर लगातार सौर विकिरण और सौर पवनों की बारिश होती रहती है.
इससे बुध की पूंछ बन जाती है, जो सूर्य के पास आने पर बड़ी और उससे दूर जाती दिखती है.