घर तक हाई स्पीड इंटरनेट लाने का खर्च 41 लाख रुपये से ज्यादा था.
इस वजह से 6 साल पहले, उन्होंने बगीचे में अपना फाइबर ब्रॉडबैंड इंस्टॉल किया.
उनकी इस ब्रॉडबैंड कंपनी का नाम था वॉशटेनॉ फाइबर प्रॉपर्टी.
वॉशटेनॉ काउंटी में उन्होंने अपने पड़ोसियों को भी इसका कस्टमर बनाया.
जनवरी 2021 तक ये नेटवर्क 30 प्रॉपर्टीज़ तक फैल चुका था.
धरती पर सबसे तेज हवाएं कहां चलती हैं? रफ्तार इतनी कि घर-गाड़ियां सब उड़ जाएं, तूफान भी इनके आगे फेल
2022 में सरकार ने 21 करोड़ रुपये का फंड दिया. इससे उन्होंने सर्विस को फैलाया.
अब इस इंटरनेट सेवा से 400 घर जुड़ चुके हैं. जेयर्ड के ग्राहकों को सिर्फ 16 हजार रुपये ही चुकाने पड़ते हैं.
ये घर तक फाइबर केबल लाने का दाम है. सेवा के लिए 6 हजार रुपये प्रति माह देने पड़ते हैं.